इज़हार | Expressing Love | Hindi Poem On Feelings Of Love | Learnings In Love |
इज़हार यूँ ही राहों में मिल गया कोई अधूरी कहानी को पूरा कर गया कोई एहसास न था के कितने अकेले है हम दो कदम साथ चल के ये जता गया कोई ! अपनी खूबसूरती से तो वाकिफ न थे हम आँखों में आँखें डाल शीशा दिखा गया कोई ! अच्छा समय बिता साथ रह के जिसके उसी वक़्त का इंतज़ार सीखा गया कोई ! प्यार होता है क्या निभाते है कैसे ? इज़हार करके निभाना सीखा गया कोई ! Kindly watch short video on IZHAR