भारतीय वीर | हिंदी कविता | Patriotic Poem | देशभक्ति पर कविता | Hindi Poem On 26th January | Hindi Kavita On Independence Day
Listen Bhartiya Veer to experience more realistic poetry by single click on below Image . ** भारतीय वीर ** ये भारतीय वीर की गाथा है , जो चट्टानों से लड़ना जानता है। क्या अन्धकार और कैसा डर ! ये निडर होके - आगे बढ़ना जानता है। न दुश्मन के आगे हारा है , न पीछे कदम हटाया है ये वो फौलादी सीना है , जो भारतिय जवान कहलाता है।। कितनी ही जंगे जीती है। कितनो को घाट उतारा है। इनकी शान का क्या कहना ! हमेशा विजय का बिगुल बजाया है। है इनकी बिसात में कमी नहीं , लक्ष्य से इनको - भटका सकते नहीं । इनकी दृढता के आगे , दुष्मन भी टेके घुटना अपना। ज़ज़्बे को इनके सलाम है। भारत देश को इनपे अभीमान है। उस माँ को कोटि कोटि प्रणाम है , जिसके लाल ने - देश के लिए - दी अपनी जान है। है इनकी शूरता में इतना दम , शत्रु को मारे घर में घुसकर । हे-वीर सिपाही भारत के ! भारत देश करे तुझको नमन।। ...