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एक बार तुम आ जाओ 💝💝
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शरीर है थका हुआ, ना हिम्मत है कुछ कहने की
सोचा अब कुछ भी लिख दू, ना रात बची है सोने की।
क्या लिखू, नहीं समझ आता,याद नहीं कुछ रहता है
लगता है मुझको जैसे ये जीवन एक सपना है ।
कोई तो मुझको यकीं दिला दो, फिर मेरा दिल टूटा है
ऐसा शोर मचा अंतर जब सारा आलम सोता है।
किससे कहनी है सब बातें ? तुम मुझको बतला दो यार
कौन है मुझसे बिछड़ गया, फिर उसका पता बता दो यार।
फिर कहलू कुछ अपने दिल की, फिर मैं गले लगा लू यार,