सावन HINDI KAVITA * SAWAAN HINDI POEM
तेरे संग इस सावन में आ , भीगे जमके बारिश में भूलके सारी.. दुनियादारी आ जी ले इस मौसम में। मयूर हुआ ये मन मेरा रूप और ये निखर गया रिम झिम फुआरों में प्रीतम दिल अपना ये तुमको दिया । मेघ भी देखो.. बरस रहे चेहरों पे छिटकी मुस्कान हो गया सब जल मगन अब तो आजा, तू भी साजन ।