मोह्हबत है | हिंदी कविता | Love Poetry On accepting Love & Relationship | Valentine's day Poetry |
Pls Listen Mohabbat Hai to experience more realistic poetry by single click on below Image . मोह्हबत है ***************************************** दस्तक देती एक आहट है। क्या अब भी हमें मोह्हबत है ? दिल कहता है तुझसे मिल आउ ! क्या तेरी भी यही चाहत है तेरा साथ बहुत भाया है मुझे काफी समय साथ बिताया हमने ये अंदाज़ा मेरा गलत होगा के - तू भूल गया है मुझे अब आहट पे यकीं हो चला कोई है जो मुझसे कह रहा क्या अब भी तू मेरे साथ है हाँ ! कह दिया मैंने तेरी परछाई की आदत है है फिर महसूस किया , हर रूप में तेरा रूप दिखा हाँ मुझको यकीं ये हो गया के मुझको तुझसे मोहब्बत है और तुझको भी मेरी ज़रूरत है।।