शरण
शरण है यकीं तुझपे बहुत * तू मेरा विश्वास है ! तेरे सजदे में सर झुकता , तू मेरा अभिमान है ! क्या होगा आगे, सब तुझको पता ! मेरा तो बस किरदार है ! तेरी शरण में आके भगवन * अब जीना आसान है || Pls Listen Sharan to experience more realistic poetry by single click on below Image.