** चरणों के फूल **
है पूजा का फूल मिला !
और, बालों में अपने सजा लिया
दिन मेरा आज सवंर गया ,
है मुझको .. प्रभु का प्रसाद मिला ।
गुलाब है महका .. अंतर्मन में ,
हुई प्रस्नता मेरे हिये में ।
मानो मुझको पारस है मिला
है मुझको .. प्रभु का प्रसाद मिला ।
पूजा कर मैं आनंदित हुई ,
फिर तेरी कमी महसूस हुई
थोड़ा लालच मेरा और बढ़ा ,
जैसे चरणों से फूल मिला ।
हे प्रभु !
मुझको भी.. चरणों से अपने ..अब दो मिला ।
हो पूजा .. सफल मेरी !
और , मिले परमात्मा से आत्मा मेरी।।
By Vinita