मेरे इश्क़ ने तुझे खुदा बना दिया !
जो कह न सके किसी से कभी ,
तुझसे कह दिया !
अब और क्या कहे हमसफ़र मेरे ,
तेरी चाह में हमने खुद को भुला दिया।
Hello Friends, you will find variety of Melodious & a Imaginative Poetries like Friendship, Love, First Meet, Memories, Desires, Happiness, and Many More On my Blog. Themisvi.com .
मेरे इश्क़ ने तुझे खुदा बना दिया !
जो कह न सके किसी से कभी ,
तुझसे कह दिया !
अब और क्या कहे हमसफ़र मेरे ,
तेरी चाह में हमने खुद को भुला दिया।
इन ऊंचे पर्बतो की दोस्ती है दरख्तों से मिल रहे है गले अपने अपनों से समायी है पेड़ो की जड़े पर्बतो में इस तरह कुम्हार गूंधता है मिटटी को पानी...
Waah waah
ReplyDeleteVery nice
ReplyDelete👌🏻👌🏻👌🏻
ReplyDelete