Thursday, February 24, 2022

कसम है मेरी | KASAM | HINDI POETRY ON LOVE | LIKING SOMEONE | IN LOVE | FEELINGS FOR LOVE

कसम है मेरी 









तेरी नज़र ऐसा असर कर गयी 

देखते ही दिल में घर कर गयी

सुध अपनी मुझे अब कुछ न रही

जबसे ख्यालो में मेरे तू बस गयी । 


उमीदे तुझसे अब जुड़ने लगी

फिर से जीने की मन में उमंगें बढ़ी

जो कही न किसी से वो बातें कहीं

जबसे जीने की तेरे संग कस्मे हुई। 


अब तो दिन में सपने सजोने लगे

जबसे नाम  तेरा हम जपने लगे 

क्यू न कोई मुझे अब तुझसा लगे

तेरा चेहरा न जाने क्या जादू करे। 


रात और दिन आंखों में कटने लगे

क्यू तुझसे मिलने की बेचैनी रहे 

यार ! अब और दूरी न सही जा रही

पास आजा के तुझको कसम है मेरी !!

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