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Forgive |
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नसीबा अब और किस्से न बना
हक़ीक़त में रहने दे सपने न दिखा
जानता हूँ दगा मिला है अपनों से
तू फिर माफ़ करदे और ये दूरियां मिटा
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Forgive |
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नसीबा अब और किस्से न बना
हक़ीक़त में रहने दे सपने न दिखा
जानता हूँ दगा मिला है अपनों से
तू फिर माफ़ करदे और ये दूरियां मिटा
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एक तसुव्वर एक ख्याल एक इंतज़ार है
ज़िन्दगी और कुछ नहीं अधूरा ख्वाब है
एक जुस्तुजू एक एहसास एक इक्तफाक़ है
राहें है बेशुमार गर मंज़िल मुहाल है
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रेत का किनारा |
ये किस्मत है जो खेल खेलती है
रेगिस्तान में भी पानी देखती है
जो मिल नहीं सकता मिलाती है उससे
बंजर भूमि में भी हरयाली देखती है।
हम तो कठपुतली है हाथों के इसकी
मन चाहा हमसे ये खेल खेलती है
जिन राहो को पीछे छोड़ आये है
वही से गुजरने को फिर कहती है ।
जो बने थे वजह हसने की कभी
दर्द का अब वो कारण बने है
छल से छाला है किस्मत ने जिन्हे
क्या अरमां कभी उनके पूरे हुए है ।
क्या कहे इन लकीरो में क्या लिखा है
जो साथ है अपना बाकि धोखा जिया है
बस है किस्मत का ये खेल सारा
कभी मिले मोती कभी रेत का किनारा ।
HINDI POETRY ON LOVE, EQUALITY, UNITY & FREEDOM
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इस धरा से दूर गगन से दूर चले
गर तुम साथ दो तो नए सफर पे चले
खाइशो से परे उमीदों से बेखबर
हो सुकून जहाँ ऐसी डगर पे चले
कोई शिकवा गिला किसी को न रहे
जहाँ सब हो एक समान ऐसे गुलिस्तां में चले
जहाँ दुख दर्द किसी को छू न सके
चल ऐसी कोई दुनिया बसाने चले
सब धर्मो पे विश्वास और एकता रहे
एक मत हो सबका कोई न बंधन रहे
एक ही मंज़िल एक रास्ता रहे
जहाँ प्रेम ही हो भाषा ऐसी आस्था रहे
इस धरा से दूर गगन से दूर चले
गर तुम साथ दो तो नए सफर पे चले।
Pls enjoy the short video on abv poetry
क्यों हमारी इतनी बातें हुई
तकलीफें ज़िन्दगी में कम न थी
जो तेरी यादें भी उनमे शामिल हुई !
हर मुसीबतो से लड़ता रहा हूँ
देर से ही सही पर जीतता रहा हूँ
क्या पता था शिकस्त प्रेम में होगी
जीत के भी हार जाऊ ऐसी किस्मत होगी !
उम्र भर तेरा दुःख मुझको को खलेगा
हर कदम पे तेरा साया दिखेगा
एक सवाल दिल हमेशा करेगा
क्यों मिले थे हम जब बिछड़ना हमें था !
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बदलते रिश्ते |
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चाहते थे तेरे रंग में रंगे
अफ़सोस तेरे रंग फरेबी लगे
झूठी दुनिया के खाव्ब मुझे
असल जिंदगी के धोखे लगे
बातें है मोह्हबत की
पर लब पे तो शिकवे दिखे
साथ रहना है जिनके मुझे
रिश्ता क्या है कहते दिखे
गैरो की तो बात अलग है
रूप अपनों के बदलते दिखे
है वक़्त सही तो सब सही
औकात देख फैसले बदलते दिखे।
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मुक्कमल इश्क़ |
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और क्या क्या करवाएगा
इश्क़ ये तेरा
बेज़्ज़ती, बदनामी और दिल तोडना मेरा
और कितना इंतज़ार करे
यार तेरा
साल , २ साल या उम्र भर तेरा।
किस किस से छुपेगा
हाले दिल अपना
जिक्र होगा जब सरेआम अपना
किस किस से कहोगे
इश्क़ सच्चा था अपना
आएगा सबके सामने जब मसला अपना।
बदनामी के सिवा और कुछ ना मिलेगा
ये इश्क़ है ...
जो अधूरा रह के भी मुक्कमल रहेगा।
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अरमानो की डोर |
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फिर देखा एक सपना है
शायद कोई अपना है
बुला रहा है पास मुझे
एक नयी शुरुवात की आस लिए
आँखों में उमंगें जिसकी है
देख के मुझको पूरी होती है
है जिसके दिल में प्यार बहुतऐसी सूरत उसकी लगती है
कौन है जो चाह रहा
फिर मन उपवन खिला रहा
बेरंग फूलो में डाल के रंग
मेरी जीवन बगिया महका रहा।
मैं भी चलदी हूँ उसकी ओर
ले के अरमानो की डोर
कदम से कदम है मिला लिए
और फासले कम हो गए ।
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ज़िन्दगी |
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ज़िन्दगी सफर में खुद से ,
रूबरू कराती रही मुझे
है सफर ही ज़िन्दगी ,
बस बताती रही मुझे
जो मिल गया मुझे
वो भी मेरा नहीं
बस इसी बात का एहसास
कराती रही मुझे !
दिल टूटने का अफ़सोस है तेरे
विश्वास टूटा तेरा खेद है मुझे
कोशिशे न काम आ सकी
तेरी साथ रहने की कभी ।
रहा जिन रिश्तों पे विश्वास तुझे
वो तो गैरों से भी बेदर्द है
निभा रहा है दोस्त तू
जो रिश्ते सभी नाम के है ।
अपनो से हारी है दुनिया
इसमें न कोई संदेह है
गिरना तय है उन घरो का
नींव जिनकी कमज़ोर है ।
सभी बंधनों से अलग
एक खास बंधन में बंधी हूँ
आज़ादी हूँ मैं
सिर्फ अपने विचारों से जुडी हूँ।
जात पात का भेद नहीं है
मेरा किसी से बैर नहीं है
है सभी रंगो पे अभिमान
हर मज़हब में आस्था रही है।
मान सम्मान अधिकार सभी के
मुझको तो बस खुद पे यकीं है
रोक टोक से दूर बहुत मैं
जो हो सबके हित में वही , सही है।
परखू मैं इस दुनिया को
अपने ख्याल और अनुभव लिए
हूँ अपने आप में मुकम्मल
अपनी एक पहचान लिए।
सीमाएं मेरी कोई नहीं
फैली हूँ खुशबू की तरह
पाने चाहे हर कोई मुझे
हाँ, आज़ादी है नाम मेरा।
अफ़सोस |
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दूर इतना भी न थे
के पुकारा न गया
फासले तो चंद कदमो के थे ,
अफ़सोस तुमसे आया न गया।
Short clip of above poetry
परवाह |
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एक एहसान हुआ तेरा
ये दिल गुलाम हुआ तेरा
मैंने तो कुछ न कहा
फिर भी हाले दिल
जान लिया मेरा
दुश्मनो की भीड़ में
एक पहचान जो तुमसे हुई
जहाँ अपने भी साथ छोड़ गए
वह साथ दे दिया मेरा
न था यकीं खुद पे भी
परछाइयों से भी डर लगता था
ऐसे में एक उम्मीद जगा
नया रास्ता दिखा गया कोई
इतना ही साथ काफी है
उमीदे मेरी ज़ादा नहीं
इस जिंदगी को दोस्त मेरे
ज़ादा परवाह की आदत नहीं ।
खोखले रिश्ते |
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तेरा अधिकार ही बहुत था
मुझको रोकने के लिए
अफ़सोस तो है के ,
तुमने कभी आवाज़ न दी ।
दो प्यार के बोल ही काफी थे
टूटे रिश्तों को जोड़ने के लिए
तकलीफ तो ये है के ,
तुमने कभी कोशिश न की।
दूर इतना भी नहीं थे
के पुकारा न गया !
फासले तो चंद कदमो के थे ,
पर तुमने कभी हिम्मत न की।
खुद से ज़ादा विश्वास
था जिनपे हमें !
ताजुब है समय ने
धारणा बदल दी।
मंजूर तो न था हमें
किस्मत का फैसला
दुःख तो ये है
अपनों ने नज़रे ही फेर ली।
हाँ !
एक शिकायत रही हमें खुद से
खोखले रिश्तों की भी यादें
हमसे भुलाई नहीं गयी।
दरमियाँ -Between Eyes |
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है कौन एक तेरा सिवा
उसपे भी तू दूर है !
क्या कह के दिल को समझाए
जो तुझसे मिलने को मजबूर है !
रोज़ दिलासा देते है
मिलना होगा ज़रूर कहते है
पर सच तो दिल भी जानता है
मेरे झूठ को भी पहचानता है !
बस एक गुज़ारिश तुझसे है
मेरे भ्रम को भरम ही रहने दे
जो दूरी तेरे मेरे दरमियाँ है बनी
उन्हें आँखों के बीच ही रहने दे ।
टीबी |
पूरा करे टीबी का इलाज
रखे खान पान का ध्यान
डॉक्टर के संपर्क में रहे
और विश्व को टीबी मुक्त करे !
Tuberculosis |
Tb Is Curable
Lets Come Together & Free The world From Tuberculosis (TB)
बीते कल में |
ये कैसी समय की चाल है
जो था साथ कभी
आज एक ख्याल है ।
बिताये जिसके साथ
रात और दिन
वो आज एक एहसास है ।
वो घंटो का इंतज़ार
वो लड़ने वाला प्यार
बस एक फ़रियाद है ।
मिलोगे कभी तो पूछेंगे तुमसे
क्या हमारी तरह तुम भी
जीते हो बीते कल में ।।
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कभी तेरी गली से गुज़र गए
दीदार हुआ कभी तेरा
कभी तेरी आरज़ू में रह गए ।
ख्याल तेरा दिल में लिए
न जाने कितनी दूर निकल गए
पीछे मुड़ के देखा तो
कई अरसे गुज़र गए।
देर रात तलक तेरे बारे में सोचना
सुबह उठकर फिर तेरी राह देखना
भूले नहीं भोलेगा मुझे
दिन में भी तेरे सपने देखना।
आज भी है याद मुझे
वो तेरा मुझको देखना
दीदार होते ही मेरा
अपने बालों में हाथ फेरना
क्या जूनून क्या आशिक़ी थी
हमने भी कभी मोहब्बत की थी ।
रहते थे जिसके खयालो में गुम
वही तो असली ज़िन्दगी थी।।
फितरत |
और कितना झूठ है सच में तेरे
फितरत तो तेरी जान ली यार हमने
क्या कहे तुझको ?
तू तो अपनी समझदारी में है !
खो दिया है सबकुछ
फिर भी होशियारी में है !!
हर बात तेरी
तेरे और करीब ले आती है
जितना भूलना चाहूँ तुझे
तेरी उतनी याद आती है।
जानता हूँ मुमकिन नहीं
तेरा मेरे साथ रहना
फिर भी न जाने क्यू मुझे !
किस्मत तुझसे मिलाती है।
दिल में एक विश्वास है
रिश्ता अपना ख़ास है।
यूँ नहीं मेरी धड़कने
तेरा नाम सुन बढ़ जाती है।
हो कहीं भी दिल मेरा
ख्याल तेरा ही रहे
हाँ , ये बात मैंने मान ली
तेरे जैसा मिलना मुश्किल है ।
प्यार है तुझसे ही करना
लड़ना भी तेरे साथ है
अब चाहे सफर कैसा भी हो
मुझे चलना तेरे साथ है।।
कसम है मेरी |
तेरी नज़र ऐसा असर कर गयी
देखते ही दिल में घर कर गयी
सुध अपनी मुझे अब कुछ न रही
जबसे ख्यालो में मेरे तू बस गयी ।
उमीदे तुझसे अब जुड़ने लगी
फिर से जीने की मन में उमंगें बढ़ी
जो कही न किसी से वो बातें कहीं
जबसे जीने की तेरे संग कस्मे हुई।
अब तो दिन में सपने सजोने लगे
जबसे नाम तेरा हम जपने लगे
क्यू न कोई मुझे अब तुझसा लगे
तेरा चेहरा न जाने क्या जादू करे।
रात और दिन आंखों में कटने लगे
क्यू तुझसे मिलने की बेचैनी रहे
यार ! अब और दूरी न सही जा रही
पास आजा के तुझको कसम है मेरी !!
नज़र |
तेरी नज़र ऐसा असर कर गयी
देखते ही दिल में घर कर गयी
सुध अपनी मुझे अब कुछ न रही
जबसे ख्यालो में मेरे तू बस गयी ।
बहुत दिनों से पूछा नहीं हाल
क्या तू भी बेपरवाह हो गया
प्यार की राह दिखा के मुझे
खुद अपने पथ से गुमराह हो गया ।
सिखाया तो तुमने ही है
दुनिया में बस प्यार ही है
बांधे जो दिल से दिल को
ऐसी कोई डोर भी है ।
है राह दिखाना आसान बहुत
पर उसपे चलना मुश्किल है
खोखले समाज की
सोच बदलना न मुमकिन है
फासले ही अच्छे है
जो होके दूर भी पास है
जो हो नहीं सकता यार मेरे
क्यू उसपे तुझे विश्वास है ।
सच तो आखिर सच ही है
हर राह की न मंज़िल है
इस रंग बदलती दुनिया में
निशब्द होना ही वाजिब है ।
समय - पीछे मुड़ के देख |
पीछे मुड़के देखू तो याद आए
कैसे बितायी ज़िन्दगी जो जी आए
सोचु तो हर दिन का हिसाब है
याद करू तो लगे कल की बात है ।
क्या कभी तुमने महसूस किया ?
संघर्ष में हर दिन बीत गया
कुछ संघी साथी छूट गए
कुछ अपने हमसे रूठ गए ।
कोई आके दिल में बस गया
तो कोई दूर हमसे चला गया
कहना , सुनना और कितनी बातें
कैसे काटे दिन और काटी रातें ।
क्या था बचपन ! क्या रही जवानी !
खिलोने , किताबें और प्रेम कहानी
आस पड़ोस और रिश्तेदार
शादी जन्मदिन और तीज त्यौहार
माँ बाप का घर वो अपनापन
निश्चिन्त स्वाभाव और बड़बोलापन ।
हुई शादी चल दिए घर नए
मिला नया परिवार ससुराल में
समझते जिन्हे कई साल लगे
देवर, जेठ और सास ससुर हमारे
सलोना सा पति जो नखरे उठाये
हर बात पे अपनी सहमति जताये ।
बाल बच्चे और घर ग्रहस्ती
रिक्शा, मेट्रो और ऑफिस की जल्दी
वाह री लाइफ तू कैसे गुज़री
हर उम्र मेरी तुझे छू के निकली।
चाहू बैठना तेरे साथ एक दिन
पूछू तुझसे क्या है जल्दी ?
क्यू इतनी जल्दी है बीत रही !
ठहर जाना कुछ पल को ।
जी लेने दे मुझे इसे
वरना छुट्टी लेनी पड़ेगी
पीछे मुड़ के देखने के लिए ।
प्रेरणादायक कविता -न ठहर बस बढ़ता चल !! |
हार के पीछे जीत छुपी है
तेरे कर्मो पे तेरी तकदीर टिकी है ।
हिम्मत न हार बस आगे बढ़
हर रात के पीछे सुबह खडी है ।
रख हौसलों में इतना दम
के दुखों की कमर तोड़ दे ।
जिस पथ पे कांटे हो बिछे
उस पथ पे कलिया बिखेर दे ।
न बाल बांका कर सके
तेरा कोई कहीं कभी ।
तू ऐसी एक चट्टान बन
जो शत्रुओं का रास्ता रोक दे ।
तू याद बस अपना लक्ष्य रख
बनके अर्जुन तरकश तैयार रख ।
ज़िन्दगी की रुकावटो को
अपने हित में लेके चल ।
न मिले जीत कोई बात नहीं
अपनी हार से सीख लेके चल ।
जीवन एक परीक्षास्थल है
यहाँ कोई उत्तीर्ण तो कोई विफल है ।
तेरी हार में भी जीत है
एक तजुर्बा, एक विश्वास है ।
तू फिर से उठ और कोशिश कर
बढ़के आगे अपनी जीत हासिल कर ।।
Valentine' Day |
हर उम्र का सवाल है
क्यू इश्क़ बेहिसाब है
थाह न इसका मिले है !
डूब के जो पार लगे है
वही तो जीवन में तरे है
जिसे प्यार के बदले
प्यार मिले है !!
अनकहे प्यार के रिश्ते |
शुक्रिया उन रिश्तों का
जिन्होंने तनहा छोड़ दिया
हम बेवजह सोचते थे ,
वो दिल से जुड़े है।
वो रात - दिन की बातें ,
हसीं और ठहाके
वो कहना वो सुनना
हम ही चाहते है।
बातों में आना
खुद को समझाना
झूठ को भी सच मान जाना
इस धोखे में रहना
हम ही चाहते है।
जानते है ! तुमसे निभेगा नहीं
फिर भी रिश्ता निभाना
हम ही चाहते है।
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प्यार अपना है जो तुमसे जुड़े है
चालाकी को भी नसमझी कहे है
तुम्हे क्या पता हम क्या जानते है ?
तुमसे ज्यादा तुम्हे हम पहचानते है ।।
Kindly watch Short Video on Rishte
साथ ************************ |
के तूने थोड़ी ही सही ,
ज़िन्दगी मेरे साथ गुज़ारी है
Kindly Watch Short Video On Sath
ऐतराज़ ***************************** |
दूर हूँ तुझसे पर दिल तो तेरे पास है
तू कहे या न कहे तेरे दर्द का एहसास है
जान गए साथ रहना मुमकिन नहीं अपना
इसीलिए अब मुझे तुझसे न कोई ऐतराज़ है।
Pls Watch Short Video On Aitraaj
साएं *************************** छोड़ आये हम वो घर , वो दीवारें अपनी मोहब्बत और उनके फ़साने मिला लिए कदम जिंदगी के साथ और लेके चल दिए बीते लम्हों के साएं।। |
ज़िन्दगी ************************** |
ज़िन्दगी ने जो दिया वो हँस के ले लिया
कभी गिला कभी शिकवा कुछ न किया
हैरत है ! ज़िन्दगी को एहसास न हुआ
मारा मुझे वहीं जहाँ मेरा ज़ख्म था हरा।
Dear friends Kindly Watch Short Video On Zindagi
श्री राधे कृष्णा
तुझसे मिलने का बहाना है
श्याम दिल तेरा दीवाना है
तेरे चरणों में खज़ाना है
सब छोड़ अब शरण तेरी आना है।
झूठ और सच को पहचाना है
फरक अब मोह माया में जाना है
आंखों में अब तुझको बसाना है
जो सच है दर्शन उसका पाना है।
हरी नाम मुझको बड़ा प्यारा है
एक तेरी आस का सहारा है
हो गई है प्रीत तुझसे मोहन
अब और कुछ न मुझे पाना है।
Pls watch short video on Shri Radhey
Motivational Quote |
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ये ज़िन्दगी हमें बहुत कुछ सीखा देती है
गिरना, फिर उठना, फिर उठ के गिरना
और आखिर में एक परिपक्व इंसान बना देती है।
Kindly Watch Short Video On Motivational quote
Kindly watch short video on Yaadein
हर ख्याल तेरा ,
एक सपना दिखा जाता है
जो ज़िन्दगी हम जी न सके
उसकी याद दिला जाता है !
याद - Memories |
इज़हार |
यूँ ही राहों में मिल गया कोई
अधूरी कहानी को पूरा कर गया कोई
एहसास न था के कितने अकेले है हम
दो कदम साथ चल के ये जता गया कोई !
अपनी खूबसूरती से तो वाकिफ न थे हम
आँखों में आँखें डाल शीशा दिखा गया कोई !
अच्छा समय बिता साथ रह के जिसके
उसी वक़्त का इंतज़ार सीखा गया कोई !
प्यार होता है क्या निभाते है कैसे ?
इज़हार करके निभाना सीखा गया कोई !
Kindly watch short video on IZHAR
ऐसा एक हिन्दुस्तान बने
जहां हर दुःख का समाधान रहे
हो एक दूसरे में निस्वार्थ प्रेम
और आपस में सब मिलकर रहे ।
जहां ऊंच नीच का फर्क न हो
न काले गोरे का भेद रहे
क्या हिन्दू और क्या मुसल्मा
सब में भाईचारा रहे ।
बेटियां भी हो बेटो के समान
दोनों को बराबर प्रेम मिले
न दान दहेज़ की हो चिंता
माता पिता भी निश्चिन्त रहे ।
मिले सबको एक समान अधिकार
अमीर - गरीब न आपस में लड़े
हो आदर,कर्त्तव्य और प्रेम जहां
ऐसा एक हिंदुस्तान बने।।
Kindly Watch Short Video On INDIA
क्या जूनून क्या आशिक़ी थी
हमने भी कभी मोहब्बत की थी ।
रहते थे जिसके खयालो में गुम
वही तो असली ज़िन्दगी थी।।
मर्ज़ी नहीं |
अब दिल मेरा ये भर गया , हर बात से मुकर गया ,
कुछ न पूछो यारो मुझसे मेरा मन हर जगह से उठ गया
जो मिला वही बदल गया , दिखा के सपने सुनहरे चल दिया
क्या उम्मीद करे किस्मत से हम जहाँ ठहरे वही दिन ढल गया
हर आह पे एक आह है अब दर्द भी शर्मसार है ,
कितना मिला है ये मुझे न इसको कुछ अनुमान है
कुछ कहने की तम्मना नहीं ! ये ज़िन्दगी अब अपनी नहीं ,
जो चाहा कभी हुआ नहीं , अब अपनी कोई मर्ज़ी नहीं ।।
इन ऊंचे पर्बतो की दोस्ती है दरख्तों से मिल रहे है गले अपने अपनों से समायी है पेड़ो की जड़े पर्बतो में इस तरह कुम्हार गूंधता है मिटटी को पानी...