No posts with label कुछ ऐसे ही | KUCH AISE HI | HINDI POETRY ON STRUGGLE IN LOVE LIFE. Show all posts
No posts with label कुछ ऐसे ही | KUCH AISE HI | HINDI POETRY ON STRUGGLE IN LOVE LIFE. Show all posts

Favourites

अम्बिया (आम का पेड़) दो जीवन किसी को बनो कारण ख़ुशी का लगाओ पेड़ ऐसा जो बने सहारा सभी का

फिर आई अमुआ के पेड़ पर बौर   खटास अम्बिया की  महक रही सड़क की ओर  फैला हुआ है सरपत जैसे  बना है खग  विहग का डेरा  मिलती है राहगीरों को छाँव ...

Popular